waseem barelvi Best shayari
ऐसे रिश्ते का भरम रखना कोई खेल नहींतेरा होना भी नहीं और तेरा कहलाना भी ख़ुशी की आँख में आंसू की भी जगह रखना,बुरे ज़माने कभी पूछ कर नहीं आते लगता है बेख़बर सा हूं, लेकिन ख़बर में हूंअरे तेरी नज़र में हूं तो सबकी नज़र में हूं जहाँ रहेगा वहीं रौशनी लुटाएगाकिसी चराग़ का अपना मकाँ नहीं होता खुद को मनवाने का मुझको भी हुनर आता हैमैं वह कतरा हूं,…